मृदा/मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड योजना 19 फरवरी को 5 साल पूरे करती है
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने बताया कि अब तक राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा 6954 गांवों की पहचान की गई है, जिसमें 26.83 लाख नमूनों के लक्ष्य के विरुद्ध, 20.18 लाख नमूने एकत्र किए गए हैं, 14.65 लाख नमूनों का विश्लेषण किया गया है और 13.54 लाख कार्ड वितरित किए गए हैं किसानों को। सॉइल/मिट्टी हेल्थ कार्ड योजना 19 फरवरी 2019 को 5 साल पूरे करती है।
मृदा/मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड योजना:
- मृदा/मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड योजना 19 फरवरी 2015 को पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई थी।
- इस योजना का उद्देश्य देश में हर खेत की पोषक स्थिति का आकलन करना है।
- अब तक योजना के तहत कुल 751.42 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
- इस योजना का उद्देश्य हर 2 साल में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करना है ताकि निषेचन प्रथाओं में पोषण संबंधी कमियों को दूर किया जा सके।
- पोषक तत्व प्रबंधन के आधार पर मिट्टी परीक्षण को बढ़ावा देने के लिए मृदा परीक्षण विकसित किया जाता है।
- यह योजना देश के सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करने के लिए राज्य सरकारों की सहायता करेगी।
- मृदा/मिट्टी स्वास्थ्य सतत खेती की ओर ले जाएगा।
- मृदा/मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड किसानों को मृदा/मिट्टी स्वास्थ्य और इसकी उर्वरता में सुधार के लिए पोषक तत्वों की उचित खुराक पर सिफारिश के साथ उनकी मिट्टी की पोषक स्थिति की जानकारी प्रदान करता है।