एसएएसई/SASE ने बताया कि हिमालय 30 वर्षों में सामान्य बर्फबारी से 20 प्रतिशत अधिक है
मध्य-शीतकालीन मूल्यांकन पर हिमपात और हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई/SASE) की रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर 2019 से जनवरी 2020 तक प्राप्त हुई बर्फबारी पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक रही है।
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं:
- पश्चिमी हिमालय में चल रही सर्दियों की पहली छमाही के दौरान बर्फबारी लंबी अवधि के औसत से लगभग 20% अधिक रही है।
- यह भी अनुमान लगाया गया कि फरवरी से अप्रैल के दौरान हिमालय में बर्फबारी अच्छी होगी।
- हिमालय पर सर्दियों का मौसम आधिकारिक तौर पर नवंबर से अप्रैल तक रहता है।
- इसमें कहा गया कि वर्ष 2019 के दौरान पूर्वी प्रशांत महासागर में मजबूत एल नीनो ने पश्चिमी और मध्य हिमालय पर वर्तमान सर्दियों के मौसम में बर्फबारी में उल्लेखनीय वृद्धि का पक्ष लिया है।
हिमपात और हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई/SASE):
एसएएसई/SASE रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ/DRDO) की प्रयोगशाला है। यह मनाली में स्थित है। एसएएसई/SASE का मुख्य उद्देश्य बर्फ और हिमस्खलन के क्षेत्र में अनुसंधान करना है। यह सशस्त्र बलों को हिमस्खलन नियंत्रण के उपाय और पूर्वानुमान सहायता प्रदान करता है।