मनोज दास को रहस्यवादी कलिंग साहित्य पुरस्कार मिला
ओडिया और अंग्रेजी लेखक मनोज दास को मिस्टिक कलिंग फेस्टिवल (MKF) में मिस्टिक कलिंग साहित्यिक पुरस्कार (भारतीय और वैश्विक भाषा) प्राप्त हुआ। उन्हें 8 फरवरी को भुवनेश्वर में साहित्यिक-सांस्कृतिक समारोह में पुरस्कार मिला। इस पुरस्कार में एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और पुरस्कार विजेता को प्रमाण पत्र दिया गया।
मनोज दास:
वर्तमान में मनोज दास पुडुचेरी में श्री अरबिंदो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी साहित्य और दर्शनशास्त्र पढ़ा रहे हैं। उन्हें हाल ही में साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
रहस्यवादी कलिंग महोत्सव:
- मिस्टिक कलिंग फेस्टिवल 8-9 फरवरी से ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित किया जा रहा है।
- फेस्टिवल में कविता पाठ, व्याख्यान, संगीत सम्मेलन, पैनल चर्चा, और नृत्य प्रदर्शन का समामेलन शामिल था।
- दो दिवसीय त्योहार का उद्देश्य भारत और दुनिया दोनों में साहित्य को गहरी जानकारी देना है, जो भक्ति नामक अजीब और आकर्षक स्थिति की कई बारीकियों को एक झलक देने का भी वादा करता है।
- कवियों, अनुवादकों, और विद्वानों ने उपमहाद्वीप के कुछ सबसे बड़े रहस्यवादी कवियों की चर्चा की, जैसे अप्पार, सांबंदर, तुलसीदास, रविदास, आदि शंकरा, और कई अन्य।
- मिस्टिक माइक, स्टैंडअप कलाकारों के लिए एक मंच, जिसे ग्रामीण भारत की मासूमियत और सुंदरता को मनाने के लिए बनाया गया है और प्रकृति, जीवन, संगीत, नृत्य और गीतों के साथ इसका रहस्यवादी कनेक्शन इस बार त्योहार के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।