IMD/आईएमडी ने बताया कि 2019 को सातवें सबसे गर्म वर्ष के रूप में दर्ज किया गया है
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि वर्ष 2019 1901 के बाद से सातवें सबसे गर्म वर्ष के रूप में दर्ज किया गया।
यह भी कहा गया कि 2016 में सबसे अधिक वार्मिंग/गरमाना की तुलना में हीटिंग/गरम करना काफी कम था।
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं:
-रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चरम मौसम की वजह से 1,562 लोगों की मौत हो गई, जिसमें हीट वेव, हिमस्खलन की बाढ़ और आंधी-तूफान शामिल हैं।
- इसमें बताया गया कि वर्ष 2019 के दौरान भारत में औसत तापमान सामान्य से ऊपर था।
- 2019 के दौरान भारत में औसत वार्षिक औसत सतह हवा का तापमान 1981 और 2010 की अवधि के दौरान दर्ज औसत से 0.36 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
- यह 2019 के दौरान वार्मिंग/गरमाना को रिकॉर्ड करता है जो 2016 में 0.71 डिग्री सेल्सियस के साथ भारत में सबसे अधिक वार्मिंग से काफी कम था।
- IMD/आईएमडी द्वारा दर्ज पांच सबसे गर्म वर्ष 2016 में 0.71 डिग्री सेल्सियस, 2009 में 0.541 डिग्री सेल्सियस, 2017 के साथ 0.539 डिग्री सेल्सियस, 2010 में 0.54 डिग्री सेल्सियस और 2015 में 0.42 डिग्री सेल्सियस के साथ दर्ज किए गए हैं।